Pyar kya he ? - 1 in Hindi Love Stories by Shailesh Joshi books and stories PDF | प्यार क्या है ? तेरे दर्द का ऐहसास - 1

Featured Books
  • अनंत चतुर्दशी

    अनंत चतुर्दशी   अनंत चतुर्दशी जिसे अनंत चौदस भी कहा जाता है...

  • श्रवण कुमार का जीवन कथा

    श्रवण कुमार की कथाश्रवण कुमार भारतीय संस्कृति और रामायण काल...

  • कभी तो पास मेरे आओ

    कभी तो पास मेरे आओ कॉलेज की लाइब्रेरी का वो कोना… जहाँ किताब...

  • Secrets of The Night

    ब्लैक कार अपनी पूरी तेज रफ्तार में, खाली और काली सडक पर दौड...

  • रक्तरेखा - 15

    गाँव की चौपाल पर धूल बैठी ही थी कि अचानक लोहे की खड़खड़ाहट फ...

Categories
Share

प्यार क्या है ? तेरे दर्द का ऐहसास - 1

प्यार क्या है ? भाग - 1 

प्यार के बारे में कुछ भी लिखने से पहले, अभी यहां पर मे एक छोटी सी कहानी लिख रहा हूँ, क्योंकि इससे होगा यह कि, प्यार वाले रिस्तों के लिए जो समझदारी की गहराई जरूरी होती है, वह आसानी से समझ आ जाए, ताकि आगे में जो भी प्यार के बारे में लिखूँगा, वह बहुत ही आसानी और बारीकाई से न सिर्फ समज में, बल्कि वह बात हमारे दिल को भी "छूले"

संजय और सपना एक ही शहर में रहते थे, और उन दोनों को शादी किए हुए अभी कुछ ही महीनों का समय हुआ था. मगर दोनों के दोनों ऐसे संस्कारी परिवार में पले बड़े थे,

कि वह दोनों रिश्तों की अहमियत को बखूबी न सिर्फ जानते समझते थे, बल्कि किसी भी कीमत पर रिश्ता निभाने की बहुत ही अच्छी काबिलियत भी उन दोनों में थी. 

इसलिए भले ही उन दोनों को शादी किये हुए कुछ महीनों का समय बीता हो, मगर

वह दोनों अच्छे से अच्छी तरह जानते थे कि,

पति पत्नी का रिश्ता क्या होता है ?

शादी के वक़्त अग्नि की साक्षी में लिए और दिए गए हर वचन के मायने क्या होते हैं ?

और

और इसे बखूबी निभाने के लिए, न केवल कोशिश मगर अनगिनत कठिनाईओ को पार करके, और यदि जरूरत पड़े तो अपने सपने और अपने समय का बलिदान देकर भी रिश्तों में जरा सी भी आंच या दरार न आए,

इसे ही कहते है रिश्ता निभाना,

इसे ही कहते है परिवार के लिए हमारा पहला फर्ज,

और इसे ही कहते है....प्यार 

बस ऐसे ही थे, संजय और सपना 

( संजय और सपना की शादी के कुछ महीनों बाद )

अब होता यह है कि,

संजय को अपनी ऑफिस के काम से दो तीन दिन शहर से बाहर दूसरे शहर जाना होता है, ठीक इसी वक़्त

सपना को भी जो कि वह अभी एक्स स्टूडेंट पढ़ रही थी, इसी सिलसिले में उसको भी दो दिन के लिए बाहर जाना होता है. 

अब होता ये है कि, 

उन दोनों को बाहर जाने के दूसरे दिन जिस शहर में उनका घर था, 

उस शहर में एक बड़ा भूकंप आता है, और तुरंत ही उसकी जानकारी उन दोनों को रेडियो और टीवी से मिल जाती है,

बस फिर क्या ?

वह दोनों जहां जहां थे, वहीं से न होटल से सामन लेने,

ना ही और कुछ करने पूछने, बल्कि

वह दोनों ही अलग अलग शहर से, जिसको जो भी बस ट्रेन मिली वह पकड़ कर वह दोनों अपने शहर की ओर, अपने घर के लिए निकल जाते हैं. 

रास्ते में वह दोनों बहुत ही कोशिश कर रहे हैं अपने घर पर किसीका contact हो, किसी से कुछ बात हो जाए,

मगर फोन कोल लगता नहीं है, दोनों के दोनों के चहरे पर चिन्ता, और व्याकुलता छा गई है, और दोनों के दोनों पूरी तरह घबराए हुए हैं. 

और क्यों न घबराए ? 

बच्चों के लिए इस दुनिया में मा-बाप से बड़ा और कोन हो सकता है ?

इसलिए वह दोनों बार बार अपने मोबाइल से घरवालों का Contact करने की कोशिश लगातार करते रहते हैं. 

और आखिरकर वह दोनों अपने घर पहुंचते हैं 

दोस्तो यहां तक आपको मालूम हुआ होगा कि,

इसमें प्यार वाली बात क्या थी ?

इसमें रिस्तों की अहमियत वाली बात कहा थी ?

इससे हमें कैसे मालूम पड़ेगा कि रिश्ता कैसे निभाया जाता है ?

तो में आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूँ कि,

अपने परिवार के लिए इतना तो कोई भी व्यक्ति कर सकता है, मगर

"यह कहानी का End कुछ अलग है मेरे दोस्त"

क्योंकि संजय और सपना दोनों ही मा-बाप की चिंता में भले भागे भागे दौड़कर घर पहुंचे थे, लेकिन......

लेकिन, 

संजय पहुंचा था सपना के मा-बाप के पा, और सपना पहुंची थी संजय के मा-बाप के पास. 

दोस्तो 

यह होती है रिस्तों की गहराई 

यह होता है प्यार 

यह होती है जिम्मेदारी 

क्योंकि इसमें तेरा मेरा नहीं, बल्कि हमारा होता है. 

दोस्तो प्यार के कई रूप होते हैं, मगर उन सभी रूपों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात यह होती है कि,

हम जिन जिन लोगों के साथ, जिस किसी भी रिश्ते से जुड़े, इसका आदर करना सम्मान करना और उसकी फ़िकर करना, वहीं हमारी सब से बड़ी और पहली जिम्मेदारी होती है, बाकी कुछ मायने नहीं रखता. 

दोस्तो यह तो एक काल्पनिक कहानी थी मगर वास्तविक जीवन में हम सबको बहुत ही motivat करे ऐसी शिक्षा देने वाली थी. 

प्यार क्या है ?

उस पर बहोत कुछ जानेंगे अगले भाग में 

यह आर्टिकल यदि आपको पसंद आया हो तो, अपने सभी ग्रुप में, सभी प्लेटफॉर्म पर शेयर जरूर करें 

धन्यवाद 

Shailesh Joshi की ओर से आप सभी को, और आपके परिवार को भी नए साल की ढेर सारी शुभकामनाएं 

भाग 2 दिवाली के बाद